ग्राहक बने मुख्तार, चला रहे गैस सिलेंडर का काला बाजार
डीएल डॉन, लुधियाना
त्योहारी सीजन में एलपीजी का ब्लैक चरम पर है। इस माह रसोई गैस का रेट 905 रुपये प्रति सिलेंडर है, जबकि 400 रुपये की सब्सिडी मिल जाती है। अब जिनके 12 सिलेंडर पूरे नहीं हो पाते वे अपने गैस को बुक करवा कर या तो गैस वेंडर को दे देते हैं या फिर अपने हाथ से ब्लैक करते हैं। अगर खुद ब्लैक में बेचते हैं तो कुछ अधिक में बिक जाता है नहीं तो सब्सिडी तो हासिल हो ही रहा है। इससे इन दिनों एलपीजी का ब्लैक चरम पर है।
गैस एजेंसी का दावा है कि अब रसोई गैस ब्लैक में खरीद करना सहीं नहीं है। 905 रूपये में सिलेंडर डिलीवरी हो रहा है। गैस की सब्सिडी के लालच में लोग गैस बुक करवा कर वेंडरों से ही ब्लैक करवा रहे हैं।
दरअसल, घरेलू रसोई गैस का वेटिंग खत्म है तो व्यापारिक सिलेंडरों का भी कोई कमी नहीं है। 19 किलो का व्यापारिक सिलेंडर 1555 रुपये में बिक रहा है। एजेंसी धारकों का कहना है कि गैस की कोई कमी नहीं है। व्यापारिक जगहों पर घरेलू सिलेंडर इस्तेमाल करना कानूनी जुर्म है तो व्यापारिक सिलेंडर इस्तेमाल से फायदा है। जिला फूड सप्लाई अधिकारी राकेश भास्कर ने कहा कि व्यापारी बड़ा सिलेंडर इस्तेमाल करें, जिससे उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी।
फिक्स हो सिलेंडर का रेट
पर्याप्त गैस होने के बाद भी कुछ वितरक एलपीजी डिलीवरी समय से नहीं करवा पा रहे हैं। वितरक मनमानी करते हुए रसोई गैस की वेटिंग बता रहे हैं। उपरोक्त बयान देते हुए धीरज कुमार, अरूण कुमार, मुकेश कुमार आदि ने कहा कि सरकार एलपीजी का रेट फिक्स करे, ताकि लोगों को सही रेट पर समय से गैस मिल सके। बाक्स–
एलपीजी पर महंगाई की मार
लुधियाना जिले में करीब 15 लाख से ज्याद गैस उपभोक्ता हैं। इन उपभोक्ताओं को गैस की सप्लाई इंडियन ऑयल, भरत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कंपनी करती है। लगातार गैस का रेट बढ़ने से उपभोक्ता परेशान है। उपभोक्ताओं में करीब 60 प्रतिशत परिवार गरीब या मध्यम श्रेणी में है, ऐसे में हर माह एलपीजी का रेट बढ़ने से लोगो में रोष है। कोट्स—
हो रही कार्रवाई : हरदेव सिंह
इंडियन ऑयल गैस कंपनी के कोआर्डिनेटर हरदेव सिंह ने कहा कि गैस की ब्लैक नहीं है। अगर कहीं होती है तो विभाग के अधिकारी कार्रवाई में जुटे हैं।
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