लुधियाना स्टेशन पर नहीं उठ रहा पार्किग का ठेका, छह साल से नुकसान झेल रहा रेलवे
डीएल डॉन, लुधियाना : रेलवे स्टेशन पार्किंग का ठेका नहीं उठने से पिछले 6 साल में रेलवे को अब तक करोड़ों का नुकसान हो चुका है। यह नुकसान और बढ़ने की संभावना है। टेंडर की कोटेशन जारी होने के बाद भी कोई ठेकेदार बोली लगाने को तैयार नहीं है। कांट्रेक्टरों का कहना है कि रेलवे पार्किंग का रेट बहुत ज्यादा है, जो टेंडर लेने के बाद पूरा नहीं होगा। घाटा होने पर कांट्रेक्टर को कांट्रेक्ट छोड़ कर भागना पड़ता है।
पार्किंग रेट सही नहीं होने से रेलवे को करीब छह वर्ष से करोड़ों रुपये का नुकसान हो चुका है। हर माह लाखों का घाटा हो रहा है। पूछने पर अधिकारी कहते हैं कि पहले ज्यादा रेट में पार्किंग हुई थी, अब लोग उतनी बोली नहीं लगा रहे जिससे टेंडर नहीं हो रहा है। इस माह टेंडर डाले गए हैं लेकिन किसी ने कोटेशन नहीं किया। कांट्रेक्टरों का कहना है कि रेलवे रेट कम करेगी तो बात बन सकती है। अब देखना है कि रेल अधिकारी पार्किंग टेंडर करवाने के लिए कब तक ठोस कदम उठाते हैं। कोटेशन में आवेदकों ने कम रेट भरे
लुधियाना रेलवे टेंडर निविदाओं में डाल गए आवेदन कम रेट के होने से टेंडर अधर में लटक गया। आवेदन कर्ताओं ने रेट कम भरे है फिर भी अधिकारी आवेदन पर विचार कर रहे थे। हालांकि अब फाइनल हो गया कि कोटेशन लिया ही नहीं गया। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि टेंडरधारकों के रेलवे के रेट से कम रेट भरने से टेंडर पेंडिंग हो गया। जल्द लिया जाएगा कोटेशन : डीआरएम
फिरोजपुर रेल मंडल के डीआरएम विवेक कुमार का कहना है कि जल्द पार्किंग का नया टेंडर जारी किया जाएगा। दोबारा कोटेशन लिया जाएगा ताकि बोली हो सके। उन्होंने कहा कि नुकसान को लेकर वह चिंतित हैं। कोटश्ेान आवेदन आने पर जल्द ही आवेदकों को बुलाएंगे।
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