बुड्ढा दरिया में प्रदूषण पर शहर के 1700 उद्योगों को देना होगा सेल्फ डेक्लारेशन
जासं, लुधियाना : बुड्ढा दरिया की सफाई को लेकर सरकार अब पूरी तरह एक्शन मोड पर है। सतगुरु ठाकुर उदय सिंह के नेतृत्व में दरिया की सफाई का काम शुरू हो चुका है तो अफसरशाही भी हरकत में आ गई। बुधवार को चंडीगढ़ में हुई एक हाईलेवल कमेटी मीटिंग में सतगुरु ठाकुर उदय सिंह, तंदुरुस्त पंजाब मिशन के डायरेक्टर काहन सिंह पन्नू समेत लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर, निगम कमिश्नर, मेयर व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसर मौजूद रहे। सतगुरु उदय सिंह ने दरिया में फैल रही गंदगी व प्रदूषण पर अपनी रिपोर्ट पेश की। इसमें उन्होंने साफ कर दिया कि इंडस्ट्री की तरफ से केमिकल युक्त पानी सीवरेज के जरिए दरिया में गिराया जा रहा है और नगर निगम बिना ट्रीट किए ही सीवरेज का पानी दरिया में डाल रहा है। इसके अलावा निगम सॉलिड वेस्ट और डेयरियों का गोबर गिरने से नहीं रोक पा रहा। इसके बाद यह तय किया गया कि दरिया में केमिकल युक्त पानी गिराने वाले अलग-अलग उद्योगों से सेल्फ डेक्लारेशन लिया जाएगा कि वह दरिया में कितना पानी गिरा रहे हैं। इसके अलावा निगम को दरिया में गिरने वाले सीवरेज के अनट्रीटेड पानी को रोकना व सॉलिड वेस्ट को रोकना होगा।
बैठक में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से बताया कि शहर में कुल 1700 ऐसे छोटे-बड़े उद्योग हैं जो पानी का इस्तेमाल करके उसे सीवरेज में गिराते हैं। इस पर तंदुरुस्त मिशन पंजाब के डायरेक्टर काहन सिंह पन्नू ने कहा कि वह पूरी इंडस्ट्री से एक बार सेल्फ डेक्लारेशन ले लें कि वह कितना पानी जमीन से ले रहे हैं और कितना पानी सीवरेज में गिरा रहे हैं। एक माह के भीतर इंडस्ट्री से यह रिपोर्ट ले ली जाए। उसके बाद सतगुरु ठाकुर उदय सिंह ने दरिया में गिर रहे गोबर का मुद्दा उठाया। बैठक में अफसरों ने कहा कि अगर डेयरी वाले दूध बेचकर मुनाफा कमाते हैं तो गोबर का इंतजाम करने की जिम्मेदारी भी उनकी ही है।
गोबर गैस प्लांट को पूरी क्षमता से चलाने को कहा: मेयर
मेयर बलकार सिंह ने मीटिंग में कहा कि हैबोवाल डेयरी कांप्लेक्स में जो गोबर गैस प्लांट लगा है, उसकी क्षमता रोजाना 200 टन के करीब है लेकिन वह अभी सिर्फ 50 टन तक ही ले रहा है। इस पर गैस प्लांट चलाने वाली कंपनी को हिदायतें जारी कर दी गई हैं कि वह पूरी क्षमता के हिसाब से काम करे। साथ ही निगम अफसरों को हिदायतें दी गई कि दरिया में गोबर गिरने से रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।
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