सिविल में खुली खिड़कियों से आती है ठंडी हवा, कंबल भी नहीं, यहां ठीक आदमी भी हो जाएगा मरीज
दिलबाग दानिश, लुधियाना- ठंड का मौसम और 10 डिग्री सेल्सियस तापमान में सिविल अस्पताल के मरीज ठिठुर रहे हैं। लापरवाह प्रशासन चैन की नींद सो रहा है। अस्पताल में वार्ड की खिड़कियों से ठंडी-ठंडी हवाएं आ रही हैं। बार-बार कहने पर भी बंद नहीं की जा रहीं। देर शाम जब सीनियर मेडिकल अफसर के ध्यान में मामला लाया गया तो उन्होंने लापरवाही को मानते हुए खिड़कियां बंद कराने की बात कही। दैनिक जागरण टीम ने बुधवार को सिविल व मदर चाइल्ड अस्पताल में मुआयना किया। मदर चाइल्ड अस्पताल में बच्चों के लिए लगाए गए हीटर बंद थे। कुछेक महिलाओं को तो कंबल भी नहीं दिए गए थे और वह घर से रजाई और कंबल लाकर शरीर ढकने को मजबूर दिखीं। इसके अलावा सिविल अस्पताल की पुरानी इमारत में ट्रामा वार्ड के कई बेड पर कंबल नहीं थे। पहली मंजिल स्थित वार्ड के लगभग सभी कमरों के एग्जास्टफैन वाली जगहों से ठंडी हवा आ रही थी। उसकी खिड़कियां बंद नहीं की जा रहीं।
यहां दाखिल एक महिला ने बताया कि वह पिछले तीन दिन से ड्यूटी पर तैनात स्टाफ को इसे बंद करने के लिए कह रही है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही। सीढि़यों के नीचे बचाव करते हैं तीमारदार जच्चा-बच्चा के साथ आने वाले अभिभावकों के लिए सिविल अस्पताल में सराय बनाई गई थी, जिस पर नशा छुड़ाओ केंद्र की एक्सटेंशन बना दी गई है, जिस कारण मरीजों के अभिभावकों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बुधवार को यहां पर बहुत से लोग सीढि़यों के नीचे अपना बचाव करते दिखे। बंद पड़े हैं जच्चा-बच्चा अस्पताल के हीटर न्यू बॉर्न को सर्दी से बचाने के लिए सेहत विभाग ने जच्चा बच्चा विभाग में दीवारों पर हीटर लगाए गए थे, लेकिन सर्दी शुरू होने के बावजूद इन्हें चलाया नहीं गया, जिससे यहां बच्चों के बीमार पड़ने का खतरा बना हुआ है।
जल्द बंद करवाती हूं खिड़कियां : एसएमओ
मेरे ध्यान में यह नहीं था, अभी वहां मौजूद कर्मचारियों को यह खिड़कियां बंद करने के आदेश देती हूं। कंबल हम सभी मरीजों को मुहैया करवाते हैं, अगर किसी मरीज के पास नहीं था तो वार्ड में तैनात कर्मचारी से जरूर पूछा जाएगा। डॉ. गीता, सीनियर मेडिकल अफसर, सिविल अस्पताल
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