सर्व शिक्षा अभियान के तहत चल रहे स्कूल किए जा रहे शिफ्ट, अब शिक्षा विभाग करेगा देखभाल
[राजेश भट्ट, लुधियाना] सर्व शिक्षा अभियान व राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत काम कर रहे टीचर्स और सरकार के बीच तनातनी चल रही है। टीचर्स पूरे वेतन के साथ शिक्षा विभाग में शिफ्ट होने की जिद पर अड़े हैं। वहीं दूसरी पंजाब सरकार ने इन प्रोजेक्टों के तहत चल रहे स्कूलों को शिक्षा विभाग में शिफ्ट करना शुरू कर दिया। सरकार एक माह पूर्व राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत चल रहे स्कूलों को शिक्षा विभाग में शिफ्ट कर चुकी है और अब सरकार ने सर्व शिक्षा अभियान के तहत चलाए जा रहे मिडिल स्कूलों को विभाग में शिफ्ट करने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया। विभाग के इन आदेशों से एसएसए रमसा के अधीन काम कर रहे टीचर्स के लिए मुश्किलें पैदा हो सकती हैं।
सर्व शिक्षा अभियान शुरू होने के बाद केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जिन क्षेत्रों में विद्यार्थियों को छठी से आठवीं कक्षा तक की शिक्षा हासिल करने के लिए दूर जाना पड़ता था, उन क्षेत्रों में एसएसए के तहत मिडिल स्कूल खोले। सूबे में अब तक 559 मिडिल स्कूल एसएसए के तहत खोले जा चुके थे। उसके बाद विभाग ने जब राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान शुरू किया तो सूबे में 276 हाई स्कूल खोले गए। इन स्कूलों में स्टाफ की भर्ती भी एसएसए और रमसा कैडर के तहत की गई। इन स्कूलों के संचालन के लिए सीधे तौर पर केंद्र सरकार से ग्रांट आती थी। उसी ग्रांट में से टीचर्स सैलरी व अन्य खर्चे राज्य सरकार करती थी। अब एसएसए रमसा प्रोजेक्ट के तहत चल रहे स्कूलों को विभाग में शिफ्ट कर दिया गया है तो अब यह स्कूल वित्तीय तौर पर भी विभाग के अधीन आ गए हैं। ऐसे में टीचर्स की सैलरी व स्कूल के लिए फंड उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी शिक्षा विभाग पर होगी।सेक्रेटरी एजुकेशन कृष्ण कुमार का कहना है कि एसएसए के अधीन चलने वाले स्कूलों को विभाग में शिफ्ट करने का नोटिफिकेशन जारी किया गया है। अब इन स्कूलों का पूरा कंट्रोल शिक्षा विभाग के अधीन होगा।
सरकार दे रही है विभाग में शिफ्ट होने का मौका
पंजाब सरकार एसएसए रमसा टीचर्स पर विभाग में शिफ्ट होने का दबाव डाल रही है। वहीं दूसरी तरफ सरकार टीचर्स को भी विभाग में शामिल होने का बार-बार मौका दे रही है।विभाग ने अब सभी जिलों के लिए एक-एक नोडल अफसर नियुक्त कर दिए हैं और वह टीचर्स को शिक्षा विभाग में शिफ्ट होने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। यही नहीं, जो टीचर्स विभाग में शामिल होना चाहते हैं यह अफसर उनका मार्गदर्शन भी कर रहे हैं। वहीं एसएसए रमसा टीचर्स लगातार सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर अपना विरोध जता रहे हैं।
Courtesy By :- Jagran