मरीज को दिखाने के बहाने पीएचसी में घुसे लुटेरे, नर्स को बंधक बनाकर किया यह काम
जेएनएन, लुधियाना। घवद्दी गांव के प्राइमरी हेल्थ सेंटर (पीएचसी) में मरीज को दिखाने के बहाने लुटेरे अंदर घुसे और करीब तीन घंटे तक कब्जा जमाए रखा। यहा तैनात दो महिला स्टाफ को कमरों में बंद कर उनसे पैसे और नशे की दवाइयां मांगते रहे। इसके बाद नकदी व सामान लूट चाय पीकर फरार हो गए। थाना डेहलों पुलिस ने स्टाफ नर्स के बयान पर मामला दर्ज कर लिया है। घटना के बाद से सेहत विभाग के कर्मचारियों में गुस्सा व्याप्त है। सोमवार की रात ड्यूटी पर स्टाफ नर्स कमलदीप कौर और दर्जा चार कर्मचारी मनजीत कौर तैनात थीं। दोनों एक कमरे में सो रही थीं। इस दौरान हथियारबंद छह नकाबपोश लुटेरे घुस आए। वह करीबन एक बजे सेंटर में दाखिल हुए और चार बजे तक रहे। आरोपित स्टाफ से नकदी और नशे के कैप्सूल मांगते रहे। मना करने पर खुद ही छानबीन करने लगे। नशे की चाहत में सेंटर के गेटों के ताले व लकड़ी की अलमारियों को तोड़ दिया। इस दौरान 2500 रुपये कैश और मनजीत कौर की बालियां समेत कुछ अन्य सामान लेकर चले गए। जाने से पहले उन्होंने सेंटर में चाय बनाकर भी पी। स्टाफ नर्स का मोबाइल फोन बाहर गमले में रख गए। करीबन साढे़ चार बजे गांव का एक व्यक्ति मरीज लेकर आया, जिसने दरवाजा खोला। स्टाफ ने सूचना सीनियर मेडिकल अफसर डॉ. गोबिंद राम को दी, जिन्होंने थाना डेहलों पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
रात में मरीज दिखाने के बहाने लुटेरों ने खुलवाया था दरवाजा
स्टाफ नर्स कमल और दर्जा चार कर्मचारी मनजीत कौर के अनुसार जिस समय लुटेरे आए थे, वह सो रही थीं। दरवाजा खटखटाकर मरीज दिखाने के बहाने उन्हें उठा लिया। जैसे ही वह उठीं एक ने चाकू दिखाकर चुप रहने को कहा और उनके मोबाइल लेकर उन्हें अलग-अलग कमरों में बंद कर दिया और बाहर से ही उनसे बातें करते रहे। वह सेंटर में कई जगह तोड़-फोड़ कर रहे थे और गालियां भी दे रहे थे। वह तीन घंटे उनकी जिंदगी के बेहद डरावने थे।
कायाकल्प में मिला था पीएचसी को बेस्ट सेंटर का अवार्ड
गांव घवद्दी के इस सेंटर को सरकार ने कायाकल्प योजना के तहत बेस्ट सेंटर का अवार्ड दिया था और दो लाख रुपये का इनाम भी मिल चुका है। प्रदेश के सबसे बढि़या सेंटर को गाव वालों ने मिलकर बनाया था और इस पर काफी पैसा खर्च किया जा चुका है।
डॉक्टरों ने डिस्पेंसरी में मांगी सुरक्षा
स्पेशल डॉक्टर एसोसिएशन के मेंबर डॉ. जगजीत सिंह का कहना है कि सरकारी डॉक्टर डिस्पेंसरियों में सुरक्षा की मांग पिछले काफी समय से करते आ रहे हैं, मगर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अब इस ढंग से डिस्पेंसरी में लुटेरों का घुसना और लेडीज स्टाफ को बंधक बनाना चिंता का विषय है। इस तरह की लापरवाही के कारण स्टाफ में काम करने की भावना समाप्त होगी। इसलिए पुलिस विभाग को रात के समय सुरक्षा व्यवस्था जरूर देनी होगी। हमने इस पूरे घटनाक्रम संबंधी सिविल सर्जन और सचिव सेहत विभाग को अवगत करवा दिया है।
लुटेरों को जल्द पकड़ने का दावा
डेहलों के थाना प्रभारी प्रेम सिंह पंगू का कहना है कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है और जल्द ही आरोपितों को काबू कर लिया जाएगा। हम कई लोगों से पूछताछ कर चुके हैं।
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