कृषि सहकारी सभा के चुनाव में अकाली और कांग्रेसी भिड़े, तैनात करनी पड़ी पुलिस फोर्सकृषि सहकारी सभा के चुनाव में अकाली और कांग्रेसी भिड़े, तैनात करनी पड़ी पुलिस फोर्स
जेएनएन, खन्ना। कृषि सहकारी सभा बीजा के चयनित 11 डायरेक्टरों में से अध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारियों की सभा के कार्यालय में रखी हुई चुनाव के दौरान चयनित कांग्रेसी और अकाली दल के सदस्य आपस में भिड़ गए, जिसको मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने शांत करवाया। इस दौरान सभा कार्यालय के आसपास भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई थी। जानकारी के अनुसार इस चुनाव के लिए अकाली दल के स्थानीय नेताओं द्वारा स्पष्ट बहुमत होने का दावा करते हुए छह डायरेक्टरों को लोगों सामने पेश किया गया और तय समय पर कार्यालय में दाखिल किया गया।
जैसे ही कांग्रेस के सदस्य अध्यक्ष चुनाव के लिए अंदर दाखिल हुए तो कांग्रेस द्वारा अध्यक्ष के दावेदार सदस्य जसवीर सिंह जस्सी और अकाली दल के एक डायरेक्टर की आपस में बहस हो गई, जिसके साथ सभा के कार्यालय में हंगामा हो गया। अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने मुश्किल से स्थिति को संभाला। इस अवसर पर हलक़ा खन्ना के कोआर्डिनेटर बूटा सिंह रायपुर, हलका इंचार्ज रणजीत सिंह तलवंडी के पीए इंद्रपाल सिंह, सीनियर अकाली नेता हरि सिंह मंड्याला, रछपाल सिंह चावा, जसवंत सिंह बीजा प्रगट भौरला और सुखविंदर सिंह मागट सुक्खा आदि ने कहा कि वह कांग्रेस पार्टी के इस धक्के के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे।
विवाद के उपरान्त मौके पर पहुंचे विभाग के इंस्पेक्टर साबर अली ने बताया कि अमन-कानून की स्थिति खतरे में होने के कारण सभा की चुनाव स्थगित करनी पड़ी।जबकि इस संबंध में कोई राजनीतिक दबाव नहीं था। विभाग के दिशानिर्देशों के अनुसार दोबारा चुनाव के लिए लिखेंगे। इस अवसर पर उपस्थित कर्मचारियों को अकाली नेताओं के तीखे सवालों का सामना करना पड़ा। अकाली नेताओं द्वारा विभाग के विरुद्ध राजनीतिक दबाव के आरोप भी लगाए गए।
अकालियों ने लगाया धक्केशाही का आरोप
खन्ना के अकाली दल के कोआॅर्डिनेटर बूटा सिंह रायपुर ने कांग्रेस पर सरेआम धक्का करने के आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पास 11 सदस्यीय कमेटी में से 7 सदस्य हैं जिन में 6 सदस्य मौके पर उपस्थित थे और एक सदस्य किसी कारण नहीं आ सका फिर भी अकाली दल का पूरा कोरम होने के बाद भी काग्रेस के इशारे और प्रशासन और पुलिस द्वारा धक्केशाही कर अध्यक्ष और अन्य पदों की चुनाव को स्थगित करवा दिया गया। अकाली नेताओं के आरोप झूठे: कांग्रेस
कांग्रेस के जसवीर सिंह जस्सी ने कहा कि उनके द्वारा किसी पर कोई हमला नहीं किया गया। जबकि अकाली नेताओं द्वारा उनके डायरेक्टर को अगवा किया गया था। जस्सी ने कहा कि जान-बूझ कर झूठे आरोप लगाने वाले अकाली नेता उनकी शराफत का नाजायज फायदा उठा रहे हैं।
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